भारत की धरती पर
सबसे बड़ा कलंक
भ्रष्टाचार हमारे देश का
सबसे बड़ा आतंक
हर नए सवेरे के साथ हममे
भ्रष्टाचार रोकने को अंतर्द्वंद
फिर भी भ्रष्टाचार हमारे देश का
सबसे बड़ा आतंक
रोज एक नई राह पर
बढ़ने का है मन
भ्रष्टाचार को जड़ से ख़त्म
करने का है मन
रिश्वत न लेने न देने का है मन
फिर भी भ्रष्टाचार हमारे देश का
सबसे बड़ा आतंक
छोटे से लेकर बड़े-बड़ों के हाथ
कुछ की मजबूरी तो कुछ के लालच की है बात
लाखो करोड़ो रुपया गबन कर चलाया कारोबार
अरबों रुपया कमा उसे छुपाया समुन्दर पार
मुद्रास्फीति को नुक्सान पंहुचा बढ़ाई महंगाई
आम आदमी के जीने को न कोई राह बचाई
जहाँ मिले वहां बटोर लेने का हो गया है सपना
दूसरे की सोचे बिना जेब भरना मकसद है अपना
सरकारी कागज़ात हो चाहे
पेंशन की हो बात
जेब ढीली किये बिना यहाँ बनती नहीं कोई बात
अज्ञानता के अधीन हो
गवा रहे हैं अधिकार
सिर्फ एक बार सोचकर रिश्वत देते बार-बार
स्वतंत्र हैं पर परतंत्रता की तरफ बढ़ रहे हैं हम
कोई मुल्क न सही इस बार
(y)
ReplyDeleteWell said,
bhrastachaar muqt bhaarat…hamari maang nahi, hamari zidd hai.!!
To make a corruption free Nation we need to develope ourselves society will start developing that way :)
DeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteVery Well written
ReplyDelete